अपनी नज़रों का भरम बनाये रखना
काजल को आँखों में सजाये रखना ।
वेशक होश में न रहूँगा मैं ये देखकर
होंठों पर मस्त बहार खिलाये रखना ।
मुश्किलें तमाम होंगी राह ए इश्क़ में
बस एक आग दिल में जलाये रखना ।
रिश्ता जो बंधा है विश्वास की डोर से
उसको बड़ी सिद्दत से निभाये रखना ।
जिन अदाओं की साज़िस की है मुझपर
उनको शहर के लोगों से छुपाये रखना ।
बड़े ही कातिल है शहर भर के चेहरे रिशु
एहसास ये मुझको हमेशा दिलाये रखना ।