अपनी नज़रों का भरम बनाये रखना

अपनी नज़रों का भरम बनाये रखना
काजल को आँखों में सजाये रखना ।

वेशक होश में न रहूँगा मैं ये देखकर
होंठों पर मस्त बहार खिलाये रखना ।

मुश्किलें तमाम होंगी राह ए इश्क़ में
बस एक आग दिल में जलाये रखना ।

रिश्ता जो बंधा है विश्वास की डोर से
उसको बड़ी सिद्दत से निभाये रखना ।

जिन अदाओं की साज़िस की है मुझपर
उनको शहर के लोगों से छुपाये रखना ।

बड़े ही कातिल है शहर भर के चेहरे रिशु
एहसास ये मुझको हमेशा दिलाये रखना ।


तारीख: 16.06.2017                                    ऋषभ शर्मा रिशु









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