पकौड़ा

कुछ ही दिनों में पकौड़ा डिश जितनी फेमस हुई हैं , शायद! ही कोई डिश इतने जल्दी फेमस हुई हो ।और अब तो ऐसा लगता हैं कि जल्द ही इसे सर्वाधिक लोकप्रिय डिश का खिताब दिया जाएगा । पर ये रिकॉर्ड इस डिश को नही बल्कि उन बुद्धिमान नेताओं को दिया जाना चाहिए। जिन्होंने इस डिश को इतनी लोकप्रियता दिलाई ।

Pakoda

पहले जो लोकप्रियता चाय को हासिल हुई थी लगता हैं अब वह लोकप्रियता पकौड़ा छीन लेगा ।और जिन नेताओं ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया उन्हें समाज सेवा में नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए । जो पकौड़ा बरसात में खाये जाने वाला पदार्थ था अब वह बारहमासी बन गया हैं  ।


हमारे देश में सलाह देने की परंपरा सदियों से चली आ रही हैं इस परंपरा को पहले नकारा लोग ही निभाते थे पर अब इसकी पहुँच नेताओं तक हो गयी हैं आश्चर्य की बात हैं । लगता हैं प्रधानमंत्री जी के डिजिटल इंडिया का सपना साकार हो गया हैं । हमारे देश में  टैलेंटेड लोगों की कमी नही हैं और उस टैलेंट को पहचानने वालो की भी ।

पकौड़ा भाषण के बाद यह बात सिद्ध हो गयी हैं । आम जनता पकौड़ा बनाकर खिलाए और नेता उनकी मेहनत की कमाई डकार जाये सही बात हैं , और यहप पुरानी कहावत शायद! इसी दिन के लिए  कही गयी होगी कि अंधी पीसे कुत्ता खाये । इस घटना के बाद किसानों को डर हैं कही उन्हें गोबर स्टॉल लगाने की सलाह न दे दी जाए ।  इस बीच किसी को लाभ पहुँचा हो या न पहुँचा हो पर विपक्ष की पार्टियों को जरूर टाँग खींचने का मौका मिल गया हैं ।

 


तारीख: 20.03.2018                                    दीपकप्रेमी विरह









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