दोस्त हम से खफा है

एक सच्चा सा ,प्यारा सा दोस्त हम से खफा है ।
न जाने क्यों खफा है ।
माना की भूल हुई है नादान से, 
पर इस कदर सजा न दो ।


नादानी तो आप से भी कई हुई है ।
इस वास्ते ही माफ कर दो ।
जरा सी भूल की एसी सज़ा न दो,
अब जानेमन माफ़ भी कर दो ‍।


आप का उदास चेहरा हमें भी उदास कर रहा है ।
इस उदासी को प्यारे से चेहरे से हटा दो ।
और तरीके मनानें के आते नही हमें,
दोस्ती में तो हर तरीका है जायज ।
अब माफ़ भी कर दो, अपना दिल साफ भी कर लो ।।
 
 


तारीख: 20.10.2017                                    प्रेरणा सेठ









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