संजो के रक्खी है मैने यादें अपनी

अलमारी के किसी कोनों में छुपा दी है मैंने किताबें अपनी 
वहाँ बड़ी संजो के रक्खी है मैने यादें अपनी।


वहां कही किसी कॉपियो के बीच फटे पन्नों में 
मेरे खाब बिखरे पड़े हैं
बंद अलमारियों में मेरे कल और आज बिखरे पड़े हैं 
उन्ही कई किताबों के बीच मेरी मन पसंद डायरियां है 
जिनके पन्ने अभी भी खाली है, 
जिनमे मुझे कई बड़ी-2 बातें लिखनी थी! मगर, 
कुछ हालातों के कारण,
अलमारी के किसी कोनों में छुपा दी है मैंने किताबें अपनी! अलमारी के नीचे वाले खल में 
सवालों का बड़ा चिट्ठा है ???


उसी अलमारी के ऊपर एक बक्सा है? 
जिसके ताले मैं बंद उम्मीदों की कई डिग्रियां 
एक फाइल में बंधी पड़ी हैं! 
हाँ उस ताले की चाभी भी मैंने 
अलमारी के किसी रैक मे रख कर भुला दी है ताकि, 
उम्मीदें सारी मिटा दे ये खुअहिशें अपनी
अलमारी के किसी कोनों में छुपा दी है मैंने किताबें अपनी 
वहाँ बड़ी संजो के रक्खी है मैने यादें अपनी।
 


तारीख: 20.10.2017                                    सारा ख़ान









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