फेसबुक पर चलती है अब ससंद

फेसबुक पर चलती है अब ससंद।
यूजर्स को काट गया राजनीति का कीड़ा।

किसी पार्टी से इनका कोई नाता नही।
राजनीति का "क" "ख" भी इन्हे आता नही।
लोकतंत्र का उठा लिया इनने बीड़ा।
यूजर्स को काट गया राजनीति का कीड़ा।

जरा सा मौका मिलें ये कमाल कर दें।
मुद्धा जैसा भी हो ये बाल की खाल कर दें।
बातों से लगता है इन्हें होती है बडी पीड़ा।
यूजर्स को काट गया राजनीति का कीड़ा।

धर्म पर संकट हो इनसें निजात पायो
फेसबुकिया साधुओं की बस शरण में आओ।
ज्ञान   का   इनके   पास   है   मीडा।
यूजर्स को काट गया राजनीति का कीड़ा।

वेसै पश्चिमी देशों का यश गान गायें
देश में कुछ अच्छा हो तो हाय हाय मचायें।
इतने वर्षो से ना हुआ इनसे एक पल में करवाओ।
बदलाव को समझ लिया इनने क्रीड़ा
यूजर्स को काट गया राजनीति का कीड़ा।

फेसबुक पर चलती है अब ससंद।
यूजर्स को काट गया राजनीति का कीड़ा।


तारीख: 10.06.2017                                    रामकृष्ण शर्मा बेचैन









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