एक पिता की वेदना

 

पत्नी को

मुझसे शिकायत

माँ को

मुझसे शिकायत

मगर मैं किससे शिकायत करूँ

पत्नी को

मुझसे उम्मीदें

बच्चों को

मुझसे उम्मीदें

माँ को

मुझसे उम्मीदें

मगर मैं किससे उम्मीद करूँ

पत्नी को

मुझसे नाराजगी

बच्चों को

मुझसे नाराजगी

माँ को

मुझसे नाराजगी

मगर मैं किससे नाराजगी व्यक्त करूँ

पत्नी दुखी

तो मैं दुखी

बच्चे दुखी

तो मैं दुखी

माँ दुखी

तो मैं दुखी

मगर मैं दुखी तो कोई दुखी नहीं

सबके सुख-दुःख मैं बांटूं

मेरा बांटे न कोय

इस सफर में सब मतलब के यार हैं


 


तारीख: 16.09.2019                                    किशन नेगी एकांत




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