Follow us:
मुखपृष्ठ
जरुरी सूचनाएं
सर्वप्रिय रचनायें
अपनी रचना भेजें
हमारा परिचय
परिचय
रचना
रचनाकार
परिचय
मुखपृष्ठ
जरुरी सूचनाएं
सर्वप्रिय रचनायें
अपनी रचना भेजें
हमारा परिचय
रचना
कविता
लघुकविता / शेर / मुक्तक
शायरी / ग़ज़ल
गीत
कहानी
लेख
हास्य / व्यंग
मनोरंजन
पुस्तक - समीक्षा
हिंदी-क्लासिक
रचनाकार
कवि / शायर
कहानीकार
लेखक / समीक्षक
रचनाएँ खोजिये
ग़जल / शायरी - पढ़िए हमारी नयी रचनाएं
दबा दर्द दिल में पुराना बहुत है - डॉ लवलेश दत्त
मेरा किरदार - रचना राय
ज़िन्दगी की ये आख़िर, बिसात क्या है - प्रमोद राजपुत
हमकों उसकी उस हँसी पे नाज़ है - देव मणि मिश्र
रात भर - रामकृष्ण शर्मा बेचैन
आज रोशन अँधेरे हुए - अभिषेक कुमार अम्बर
बिन बताये हमें काम क्या कर दिया - अभिषेक कुमार अम्बर
दीप को आफ़ताब कर डाला - अभिषेक कुमार अम्बर
छोड़ उनको न जाने किधर मैं गया - अभिषेक कुमार अम्बर
राह भटक हुआ इंसान - अभिषेक कुमार अम्बर
एक ख्वाहिश हैं - अभिषेक कुमार अम्बर
ख्वाब आँखों में - अभिषेक कुमार अम्बर
चांदनी रात में हम तेरे साथ में यूँही जलते रहे - ऋषभ शर्मा रिशु
हमसफ़र सा मेरा हो गया रास्ता - देव मणि मिश्र
जरुरी था - मनीषा राय
माँ - प्रमोद राजपुत
मैं कहाँ भटकता चला आया - देव मणि मिश्र
जुदाइतेरी ये रात मेरी - देव मणि मिश्र
कुछ मुक्तक - देव मणि मिश्र
जो ऊब गए ज़िंदगी से मक़तल गए - राहुल तिवारी
प्यार मुझसे करो तो सही - पीयूष गुप्ता
हम दोनों के दरमियां, ये अजब फ़ासिला रहा - प्रमोद राजपुत
ये जो दर्द मिला तेरे जाने से - प्रमोद राजपुत
ना होती यूँ नजरें मिलाई - डॉ सुलक्षणा
यादें बचपन की - डॉ सुलक्षणा
कितना प्यारा बहार का दिन था - देव मणि मिश्र
हालतें कुछ ऐसी हैं - अंकित अग्रवाल
तू ही है सब कुछ - अंकित अग्रवाल
दैर कू-ए-यार है - प्रमोद राजपुत
कोई ले गया रँगीनियाँ अबके बहार से - प्रमोद राजपुत
जब कभी झूठ की बस्ती में, सच को तड़पते देखा है - प्रमोद राजपुत
किया है इश्क़ मैंने इस जहां से - ऋषभ शर्मा रिशु
घर के आगे बरगद के निचे - मुंतज़िर
टूटते तारों की रुसवाई बुरी लगती है - संकल्प भोले
ऐसा नही कि तुमसे मुहब्बत नहीं रही - देव मणि मिश्र
शक़ बेशक़ सही था, बन्दा हवस में गिरफ्तार था - अंकित अग्रवाल
आवाज़ में दर्द हो, दिल में ग़ज़ल हो - अंकित अग्रवाल
सवेरे उठते ही कहानी बदल जाती है - अंकित अग्रवाल
कोई बंदिश दमदार नहीं - अंकित अग्रवाल
उड़ते हुये जज़्बात सुखन-कार के - अंकित अग्रवाल
अब मुझे बस दो कहानी याद है - रुद्रप्रताप साहू
वक़्त ना गंवाया कर सजने संवरने के लिए - रुद्रप्रताप साहू
हम दोनों - राहुल तिवारी
मेरी तड़प का असर इस कदर देखा जाएगा - अखिलदीप दीक्षित
अक्सर कुछ सुखे फूल, महक उठते हैं किताबों में - प्रमोद राजपुत
तस्वीरें जो थीवो जल के राख हो गयीं, - अमन जोशी
अनजानी भूल - उत्तम दिनोदिया
ए मौला! ऐसी कर दे रहमत की बरसात - डॉ सुलक्षणा
Load more
पढ़िए ये रचनायें भी
समीक्षा : देवी चौधरानी लिपिका
समीक्षा : यार पापा लिपिका
कविता: रेस्टोरेंट और ब्रह्मांड का रसोइया मुसाफ़िर
कविता: अचानक तुम मुसाफ़िर
समीक्षा : आपका बंटी लिपिका
कविता: एक दिन अंकित मिश्रा
Load more
रचना-श्रेणी
कविता
लघुकविता / शेर / मुक्तक
शायरी- ग़ज़ल
गीत
कहानी
लेख
हास्य / व्यंग
मनोरंजन
पुस्तक - समीक्षा
हिंदी-क्लासिक
रचनाकार श्रेणी
कवि / शायर
कहानीकार
लेखक / समीक्षक
रचनाएँ खोजिये
साहित्य मंजरी - sahityamanjari.com