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ग़जल / शायरी - पढ़िए हमारी नयी रचनाएं
इबादत - राज भंडारी
बातें जरा तुम उसकी सुनो - आयुष राय
दिल में सौ दर्द पाले बहन-बेटियां - ओमप्रकाश यती
मेरा जो ये दिल है अब जाने किसका है - मुंतज़िर
इश्क-ए-मुंतज़िर - मुंतज़िर
मैं ऊँचे गगन को छोड़ ज़मीं की बात करता हूँ - कुणाल
अहद-ए-वफ़ा - आयुष राय
पत्थर होगा वो जिसे प्यार ना हो - आयुष राय
हमारी शोहरतें उन्हें अब रास नही - आयुष राय
कोई रुकता है संभलता है फिर भी आगे बढ़ता है - आयुष राय
जीवन को हरा बनाने दो - महेश कुमार कुलदीप
फिर शाम ढलने को है - महेश कुमार कुलदीप
अपना तो एक ही उसूल है - महेश कुमार कुलदीप
कुछ नए-पुराने बहाने दो ज़रा - महेश कुमार कुलदीप
उनकी महफिल के हम भी तलबगार है - महेश कुमार कुलदीप
अजीब शहर है यारो - महेश कुमार कुलदीप
वफ़ा के मायने - राज भंडारी
ग़म कैसे कैसे - राज भंडारी
मश्वरा - राज भंडारी
उजालों की ओर - राज भंडारी
तकदीर का रोना रोते हो - आयुष राय
यकीन, इंसानियत पे - राज भंडारी
इक नया इन्क़लाब - मुंतज़िर
दिल नही मेरा संभल रहा है - साधना सिंह
पुराने पड गये है शब्द - रामकृष्ण शर्मा बेचैन
ये सिलसिला रात भर यूं ही जारी रहने दो - नितिन धामा
मौसम ने बदलने की कसम खाई है - करन सहर\"
टोना कौन सा किया तौबा - ऋषभ शर्मा रिशु
मैं भला तुझसे मुहब्बत न करूं तो क्या करूं - ऋषभ शर्मा रिशु
जहाँ हो राज जनता का बगावत कौन करता है - ऋषभ शर्मा रिशु
प्यार मुझसे जता रहा है कोई - ऋषभ शर्मा रिशु
मेरी हंसी में तुम मेरी हर एक घड़ी में तुम - ऋषभ शर्मा रिशु
मुहब्बत में ऐसी सजा दे गया है - ऋषभ शर्मा रिशु
उठो, मौसम को ज़रा आज़मा कर देखो - करन सहर\"
चलती है साँस मगर मैं इक लाश हूँ - दिनेश एल० जैहिंद
मुझसे सब एक एक करके किनारा चले गये - देव मणि मिश्र
संभल गिर के - राज भंडारी
सबक ज़िंदगी का - राज भंडारी
अब तुम, क्या बताओगे, मुझे, यंहा, चलने का रास्ता - राज भंडारी
चंद दोस्त, खरे - राज भंडारी
मकसद ज़िंदगी का - राज भंडारी
ये कामयाबी ये तारीफ़ सब इक ख़्वाब जैसा लगता है - राज भंडारी
मर्ज़ी मौला की - राज भंडारी
पैगाम आखिरी - राज भंडारी
वो हसीं ख्याल - राज भंडारी
कच्चे पुलों कि मानिंद निकले दोस्त मे - राज भंडारी
रस्ते, कर दिए जुदा, तूने, बिना, किसी गुनाह, के चलते - राज भंडारी
सब्र बेइंतिहा - राज भंडारी
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