लग गई ठण्ड खिलौनों को

Khilauna kavita

गुड्डा गुड़िया दोनों को,
लग गई ठण्ड खिलौनों को
जकड़ लिया है सर्दी ने,
बकरी के सब छौनों को |

हाथी थर-थर काँप रहा,
चढ़ा ऊँट को तेज बुखार |
नहा लिया ठन्डे जल से,
हुआ शेर इससे बीमार |
चलने लगी तेज खांसी,
बूढ़े चीनी बौनों को |

 दांत बज रहे किट-किट किट,
स्याने  भालू दादा के |  
निकल पड़े थे सुबह-सुबह,
यूं ही बिना लबादा के |
हल्का-हल्का ज्वर आया,
मोबाईलों, फोनों को |

फूली सांस गिलहरी की,
हुई दमा की बीमारी |
चिपर-चिपर,चिप नाक बही,
पौंछ-पौंछ कर वह  हारी 
फटी रजाई ओढ़ी   थी,
सिला न पाई कोनों को।


तारीख: 22.01.2024                                    प्रभुदयाल श्रीवास्तव




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