गुड्डा गुड़िया दोनों को,
लग गई ठण्ड खिलौनों को
जकड़ लिया है सर्दी ने,
बकरी के सब छौनों को |
हाथी थर-थर काँप रहा,
चढ़ा ऊँट को तेज बुखार |
नहा लिया ठन्डे जल से,
हुआ शेर इससे बीमार |
चलने लगी तेज खांसी,
बूढ़े चीनी बौनों को |
दांत बज रहे किट-किट किट,
स्याने भालू दादा के |
निकल पड़े थे सुबह-सुबह,
यूं ही बिना लबादा के |
हल्का-हल्का ज्वर आया,
मोबाईलों, फोनों को |
फूली सांस गिलहरी की,
हुई दमा की बीमारी |
चिपर-चिपर,चिप नाक बही,
पौंछ-पौंछ कर वह हारी
फटी रजाई ओढ़ी थी,
सिला न पाई कोनों को।