वह हद रुमानी सी लगती है।
थोड़ी पहचानी सी लगती है।
खुद से इश्क में डूबी लड़की,
जमजम का पानी लगती है।
शाइस्ता दो आंखों में उसकी,
ज़रा शरारत फ़ानी लगती है।
ख़्वाबों की बस कहने वाली,
ख़्वाबिदा ही जानी लगती है।
कैफ़ी धुन सी लगती लड़की,
उल्फत में रूहानी लगती है।