अ आ इ ई

 

अ से अनार, आ से आम।
मत छोड़ो बच्चों कल पर काम।।


इ से इमली, ई से ईख।
सीखो बच्चों सदा अच्छी सीख।।


उ से उल्लू, ऊ से ऊनी।
हम पहनें - गर्मी में सूती, सर्दी में ऊनी।।


ए से एक, ऐ से एडी।
शतरंज की चाल टेढ़ी-मेढ़ी।।


ओ से ओखली, औ से औरत।
बच्चे हैं भगवान की प्यारी मूरत।।


अं से अंगूर, अः से विसर्ग।
देश हित में हो अपना उत्सर्ग।।
 


तारीख: 18.08.2017                                    अमर परमार




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