आम जनता

एक देश का सबसे बडा दायित्व होता है,
जनता की सेवा 
जनता की सुरक्षा

पर यहा तो उल्टा ही है चलन,
हो रहा है कुछ लोगो के द्वारा इस दायित्व का हनन!

लोगो द्वारा अपने हक के लिये किये जा रहे है आंदोलन,दंगे और हड़ताल,
पर इन सबके कारण आम जनता है बदहाल!

हड़ताल,आंदोलन आदि के चक्कर मे तंग होता है जनता का रोजमर्रा का जीवन,
पानी व तोड़-फोड़ जैसी समस्याए झेलनी पड़ती है दिन ब दिन!

इन सबके कारण सबसे अधिक शोषण का शिकार है कन्याए,
क्या यही है समाज के लिये नारी की सुविधाए!

जनता

जो है हमारे देश की कमान,
उसे क्यो किया जाता है इतना परेशान!

आंदोलन आदि का नतीजा देश की बडोतरी हो या कमी,
हमेशा पिस्ता है एक आम आदमी!      


तारीख: 09.06.2017                                    कनिका चानना




रचना शेयर करिये :




नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है