तूने ऐसे छुआ मैं फ़ना हो गई (गीत)

तूने ऐसे छुआ मैं फ़ना हो गई,
गुमशुदा हो गई, गुमशुदा हो गई।

तुमने आँखे मिलाकर ये क्या कर दिया,
तुमने कुछ कह दिया, हमने कुछ सुन लिया,
परवाना तु मेरा, मैं समां हो गई..
गुमशुदा हो गई, गुमशुदा हो गई।

मेरी अंगड़ाइयो में, रंगते हैं तेरी,
सर से अब पांव तक मैं तेरी हो गई,
तुझसे मिल के, मैं खुद से जुदा हो गई..
गुमशुदा हो गई, गुमशुदा हो गई।

आशमां तू मेरा तू ही मेरी जमीं,
मेरा कुछ भी न मुझमे रहा अब कहीं..
मैं  हवा हो गई, मैं  फ़िज़ा हो गई..
गुमशुदा हो गई, गुमशुदा हो गई।

मैं रूहानी हुई तेरे आगोश में,
खो रहीं हूँ, न लाना मुझे होश में,
मैं तो अपने ज़हां की खुदा हो गई,
गुमशुदा हो गई, गुमशुदा हो गई।


लग गए पंख मेरे, मैं उड़ने लगी,
टूट कर मैं हवा में बिखरने लगी,
तेरी बाहों में मैं तो तबाह हो गई ,
गुमशुदा हो गई , गुमशुदा हो गई।

तूने ऐसे छुआ मैं फ़ना हो गई,
गुमशुदा हो गई - गुमशुदा हो गई।


तारीख: 29.06.2017                                    विजय यादव




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