मैं तुम्हें पाना नही चाहता
मैं प्रेम में तुम्हें राजगद्दी
नही समझता
मैं तुम्हें जीना चाहता हूँ
प्रेम में मैं तुम्हें, मीरा सा
बनकर दिखाना चाहता हूँ
मैं तुम्हे खोना नही चाहता
मैं प्रेम में तुम्हे, छुपाकर
सहेज कर रखना चाहता हूँ
मैं ये सब करना चाहता हूँ
कृष्ण सा बनकर निस्वार्थ
तुम्हे प्रेम करना चाहता हूँ