बहुत रोता है

 

मेरी अंगुलियों के
नाखूनों को काटो
उखाड़ो नहीँ कि इनमें
दर्द होता है
दिल को सताओ, तड़पाओ, मुर्झाओ 
तोड़ो नहीँ
कि यह तन्हा अकेले में
बहुत रोता है।


तारीख: 21.10.2017                                    मीनल




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