छोटा सा मेरा भी आसमान छोटी सी मेरी भी हस्ती न हो सूरज की गलियां पर जुगनू वाली मेरी बस्ती .
मैं भी दिखला दूंगा जग को मेरे सपने भी उड़ते हैं पंख जहाँ पर थक जाते हैं मेरे पंख वहीँ उगते हैं .
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