बातें जरा तुम उसकी सुनो, उसपे थोड़ा एतबार करो
वो तेरी रूह का आशिक है, उसको जरा सा प्यार करो
वो तुझको देखता रहता है, सिर्फ तेरी वो बातें करता है
सालों से खड़ा वो राहों में, जरा तुम भी रुको, इंतिजार करो
जरा तुम भी जा के उससे मिलो, देखो तो कितना खुश होगा
दो फूल खरीदो उसके लिए, जरा तुम भी कभी इजहार करो
अपनी कहानी उसकी भी, बड़ी सुन्दर है, बड़ी नाजुक है
जा के तुम भी उसको सुनो वो छोटा सा रस्ता पार करो
मुश्किल से मिलते दीवाने, उसको ना यूँ बीमार करो
दिल से ना खिलवाड़ करो, सपना उसका साकार करो