कोई मास्टर जी कहता है, कोई गुरुदेव समझता है,
मगर हम राष्ट्र निर्माता कोई-कोई समझता है।
करेंगे नव भारत का निर्माण, यह संकल्प हमारा है,
अंधेरे को मिटाकर के, ज्ञान की लौ जलाना है।
मंदिर हैं हमारे स्कूल, देवता बच्चे हैं उनके,
बनाया है पुजारी हमें, प्रतिदिन सेवा करनी है।
प्रशिक्षण के अनुरूप ही हमें अब शिक्षा देनी है,
NEP 2020 से उन्हें अब लर्न कराना है।
बच्चों में होगा उत्साह, सरलता से वे सीखेंगे,
छिपा जो ज्ञान का भंडार, उसे अब बाहर लाएँगे।
याद रखना मेरे मित्रों, वहाँ अब तुम पढ़ाना नहीं,
सहजकर्ता बनकर ही हमें अब काम करना है।
मन में है अटल विश्वास, जुनूँ भी है सीने में,
करेंगे हासिल वो मंज़िल, कभी ना हार मानेंगे।
हमेशा कर्म करना है, नव निर्माण करना है,
यही आशाएँ हमसे हैं, मेरी विनती भी सबसे है।