करवा चौथ

ईश्वर हमें नवाजता है, अनेकानेक उपहार 
माँ, बाबा, भाई, बहन और उनका निश्छल प्यार
जीवनपथ पर वो हमे, हमसे बेहतर जानता है 
और हमारी चाहतों को, प्यारे से रिश्तों में ढालता है

पर दुनिया में दो धागे, खुद भी बांधने होते हैं
दोस्त और पत्नी, हमें खुद ही छांटने होते हैं
दोस्त बचाते हैं आपको, मुश्किलों से हर पहर
तो पत्नी खुद पर ही ले जाती है, आपके कहर

इस पत्नी को बनाने में, वो बड़ा दिमाग लगाता है
अच्छे समय में पति से, तो बुरे समय में उसकी मुश्किलों से लड़ना सिखाता है 
दे देता है वो इसे, खुद खुदा से भी लड़ने की ताकत
और उसका ये वरदान, करवा चौथ कहलाता है

बङा प्यारा सा होता है, ये करवाचौथ त्यौहार
मोङ देता है ये, पति पर होने वाला हर वार
रहती है वो पति के लिये, तादिन भूखी प्यासी
जिससे सदा सलामत बना रहे उसका प्यार

सुबह सुबह सूनी जाती हैं, कुछ कथा-कहानियाँ
बहुओं को ताउम्र का तजुर्बा सौंपती हैं, दादी-नानियाँ
पति के नाम से कि जाती है, ईश्वर की आराधना
कितनी पवित्र होती है, इनकी पति के प्रति चाहना

फिर दिन में पति को 10-15 फोन किये जाते हैं
शाम को घर पर जल्दी आने के वादे लिये जाते हैं
शाम को कर सोलह श्रृंगार, पीला ओढा जाता है
और चांद को देरी पर ,सौ सौ बार कोसा जाता है

तभी बदलियों के पीछे, चंद्रमा नजर आता है
हर ब्याहता के दिल में उल्लास छा जाता है 
सजाई जाती है प्रेम की थाली, सिंदूर के लिये
तो चांद से पति की लम्बी उम्र का वादा लिया जाता है

उस वक्त कि क्या कहें, कि कितना प्यार फैल जाता है
जब चांद के बाद, हमसफर छलनी के सामने आता है
पत्नी के शर्म की लाली लाख छूपाने से नहीं छूपती 
पर मां बाप वहीं होने से, पति तुरंत साइड हो जाता है

इस दिन इतनी प्रेम पूर्ण होती हैं ,पत्नियों की धुनें 
आखिर वो भी किस मूंह से इनकी अर्ज ना सूने
करवे पर इतना बल, इनके प्रेम में उपज आता है 
बदल देती हैं ये वो लकीरें, जिनको लिखता विधाता है

पश्चिम जगत, हमारे इस प्रेम पर रोज संदेह उठाता है
ज्यादा पढा लिखा वर्ग, इसे अंधविश्वास बताता है 
गुड फ्राइडे पर जीसस का जिंदा होना वैज्ञानिक है
पर करवे का प्यार, इनकी आंखों में चूभ जाता है

इस करवा चौथ की ताकत को कोई कम ना आंके
ये प्रेम ना जाने क्या क्या चमत्कार कर जाता है 
भारत भूमि के सतीत्व ने उच्च सोपान सदैव छूये हैं 
"उत्तम" भी सावित्री-सत्यवान के प्रेम को बारम्बार शीश झुकाता है
 


तारीख: 30.06.2017                                    उत्तम दिनोदिया




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