लॉकडाउन

लॉकडाउन ने मचाई त्राहि त्राहि
क्योंकि घर के अंदर बंद हो गए बचे बूढ़े नर नारी

माना लॉकडाउन ने हमसे बहुत कुछ ले लिया
मगर लॉकडाउन ने हमे बहुत कुछ दे भी दिया

पहले करते थे कामवाली का इंतज़ार
होते थे उसे फ़ोन बार बार

लेकिन, अब सब घरवाले मिल जुल कर
कर रहे हैं काम को आर पार
तेरा शुक्रिया करें हम लॉकडाउन अपरम्पार

पहले पापा ऑफिस से आते थे थक हार कर लाचार
नहीं थे उनके पास, परिवार के लिए मिनट चार

लॉकडाउन, तेरा कैसे करें धन्यवाद्
क्योंकि, अब तो पापा दिन रात करते हैं हमसे संवाद

पहले कहते थे बाज़ार से केक पेस्ट्री पाव
जो डालते थे तंदरुस्ती पर दबाव

लॉकडाउन तेरा कैसे करें थैंक यू
क्योंकि अब तो मम्मी घर पर बनाये पकवान न्यू न्यू

पहले जो रिश्ते नाते गए थे छूट
सब रहते थे अपने काम में व्यस्त कूट कूट

लॉकडाउन, कैसे करें तेरा ग्रैटिटयूड
सब रिश्तेदार करते हैं बात एक दूसरे से छोड़कर एटीट्यूड


तारीख: 11.04.2024                                    सपना चरहा




रचना शेयर करिये :




नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है