विश्वकर्मा बाबा

विश्वकर्मा बाबा आओ ना
आकर दरश दिखाओ ना
मेरी अर्जी सुन जाओ ना
विश्वकर्मा बाबा आओ ना....

जैसे कर्ण को कवच बनाया
कानों में उसके कुंडल पहनाया
मुझको भी गहने पहनाओ ना
विश्वकर्मा बाबा आओ ना....

इंद्र के लिए स्वर्गलोक बनाया
रावण को सोने की लंका दिलाया
मेरी लिए परीलोक बनाओ ना
विश्वकर्मा बाबा आओ ना....

स्वयं तो करते हंस की सवारी
कुबेर को दे दिए पुष्पक भारी
मुझे भी उड़नखटोला सैर कराओ ना
विश्वकर्मा बाबा आओ ना....

भगवान विष्णु को चक्र सुदर्शन
भोले का लगे त्रिशूल आकर्षण
मुझे पबजी वाली गन दिलवाओ ना
विश्वकर्मा बाबा आओ ना....

 


तारीख: 04.02.2024                                    सोनल ओमर









नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है