( देव घनाक्षरी छन्द )
भूसुर काण्ड
तरकीब तुमने तरने की कलित कही,
किनारा कीजिए कपट से मन कर्म कथन।
सेवा सत्कार भारी भूदेवों का करो कहता,
हरि हर विधि वश करो सीधा सत्य कथन।
चंचल चालाक चींटी कहे करो सेवा सब,
हाथी होगा वश व्यक्ति के समझो सत्य कथन।
“मारुत” मनुष्य मोहित कीड़ी की कुण्डली में,
पाखण्ड-पूर्ण जीवन जीता सुनो सत्य कथन।।