कान्हा जन्मोत्सव

कान्हा ने जनम लियो
जगत का कल्याण भयो

देवकी से जन्मे भादों में कृष्ण कन्हाई
बचपन से यशोदा की गोदी में लीला रचाई
वसुदेव रात में यमुना पार गयो
गोकुल का कल्याण भयो
              कान्हा ने जनम लियो......

ग्वाल-बालों के संग देखो माखन चुराये
मधुर-मधुर बंशी बजा के गइयाँ चराये
ब्रज की राधा से नैन लड़ो
ब्रज धाम का कल्याण भयो
                 कान्हा ने जनम लियो......

छोटी उंगली पर अपनी गोवर्धन उठाया
पर्वत के नीचे लाकर पूरा गाँव बचाया
इंद्र का अहम हरो
वृंदावन का कल्याण भयो
                 कान्हा ने जनम लियो......

माता-पिता को अपने मुक्त कराया
समुंदर के मध्य में द्वारका बसाया
कंस मामा का नाश कियो
मथुरा का कल्याण भयो
                 कान्हा ने जनम लियो......

महाभारत में सारथी की भूमिका निभाई
विश्व मे धर्म की स्थापना कराई
गीता का ज्ञान दियो
मानव का कल्याण भयो
                 कान्हा ने जनम लियो......

कान्हा ने जनम लियो....
जगत का कल्याण भयो....


तारीख: 17.02.2024                                    सोनल ओमर









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