कितना मुश्किल होता है किसी को चाहना, वो भी बिना बताए |
लाखो बिजलीयाँ गिरती है दिल पर, वो भी बिना गिराए |
हम आपके लिए आम है, आप हमारे लिए खास हैं |
कैसा रिश्ता बन गया है, वो भी बिना बनाए |
आपको देखना और बात करना, बस यही सुकून है दिल का |
सबकुछ मिल जाता है आपसे मिलकर, वो भी बिना कुछ पाए |
कोई गम आपको छु न पाए, अब यही दुआ है |
दे दुं आपको सारे जहां की खुशियाँ, वो भी बिना जताए |
हमसे मुहब्बत का आपको कोई बंधन नही है |
ख़्वाहिश यही है कि आप भी हमे चाहो, वो भी बिना छिपाए |
हम इजहार तो करें, पर आरजू कुछ और लिए बैठे हैं |
जले प्यार का दिया आपके दिल में, वो भी बिना जलाए |
ये माना किसी और के लिए लिखा, पर समर्पित आपको किया है |
क्य कोई अनमोल चीज देता है किसी को, वो भी बिना उसे चाहे |