तुझे आता देखकर,
जीने की वजह मिलती है,
तेरी मुस्कान देखकर,
दिल में एक कली खिलती है,,
हर पल, हर घडी, हर समय ,
तेरा इंतज़ार है ,,
एक बात पूछूँ, उत्त्तर दोगे?
क्या यही प्यार है,,??
दिल कहता है झाँकू तेरी आँखों में ,
कभी न छोड़ूँ वो हाथ ले लूँ अपने हाथो में,,
इन प्यारी आँखों के रस्ते ,
अगर दिल में न उतरुं तो ,
मेरा जीना बेकार है,,
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे??
क्या यही प्यार है??
जब जब देखा है तुझे ,
मोहब्बत ही हुई है ,,
क्यों है इतनी चाहत तुझसे ,,
हर बार ये शिकायत सी हुई है ,,
कभी दिल करे तो आजमा के देखना,
दिल क्या आपके लिए तो जान भी तैयार है,,
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे??
क्या यही प्यार है??
हर पल तुझसे मिलने की बैचेनी है ,
जैसे में बृक्ष और तू मेरी टहनी है,,
डरता हूँ कहीं कोई आंधी न आये ,,
जो इतनी प्यारी टहनी को मुझसे अलग कर जाये ,,
क्योंकि उसके बाद यहाँ सब,
अन्धकार है।
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??
कभी-कभी तुम यूँ ही बेरुखी ,
दिखाती हो ,,
न कुछ कहे, न कुछ सुने सामने से,
चली जाती हो,,
आँखे तो भीगती ही हैं,,
अगले ही पल ये दिल वीमार है,,
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??
तुम्हारी सादगी,मुख पर आते केश,और मुस्कान ,,
सब तुम्हारी सुंदरता बढ़ाते हैं,,
तुम्हारी मीठी बोली सुन ने को खुदा,,
भी चले आते हैं,,
सुनता रहूँ में तुमको,
मन होता बार-बार है,,
एक बात पूछूँ,उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??
जब-जब आता है ख्याल,
की मैं तुमसे दूर हो जाऊंगा,,
एक टूटे तारे की तरह,,
आकाश में खो जाऊंगा ,,
कैसे रोकूँ इस पल को अपने जीवन में,
ये बात समझ से बाहर है,,
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??
सच कहूँ तो यार अब,
तेरी आदत सी हो गयी है,,
तुझे हर पल देखना ,
एक इबादत सी हो गयी है,,
जिस पल तू न दिखे ,,
उस पल को धिक्कार है,,
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??
बहुत चाहत है तुमसे ,,
तुम्हारी चाहत में मरता हूँ,,
रहता शांत समक्ष तुम्हारे,,
दुनिया के सवालो से डरता हूँ,,
चाहत है की बैठा रहूँ पास तुम्हारे,,
क्योंकि जीने के दिन चार है,,
एक बात पूछूँ,उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??
नहीं देख सकता मायूसी ,
तुम्हारे चहरे पर,,
तमन्ना है दूँ तुम्हे हर ख़ुशी,
तुम्हारे न कहने पर,,
ऐसे रखूं ख्याल तुम्हारा ,,
जैसे चाहता ये संसार है,,
एक बात पूछूँ, उत्तर दोगे?
क्या यही प्यार है??