कोई बात नहीं

ek gazal belagam bazidpuri

दिल मेरा जलाओ तो कोई बात नहीं।
फिर बहाना बनाओ तो कोई बात नहीं।

याद है आज भी मुझको वो दिन भी,
अब भूल भी जाओ तो कोई बात नहीं।

कैसे कह दूं तू मेरा अपना नहीं,
तीर हम पर चलाओ तो कोई बात नहीं।

छुपी नहीं है हमसे फ़ितरत तेरी,
अगर नजरे झुकाओ तो कोई बात नहीं।

बड़ी मुश्किल से ख़रीदा है आईना,
तुम पत्थर उछालो तो कोई बात नहीं।


तारीख: 06.04.2024                                    बेलगाम बाज़िदपुरी




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